by Spritual@we | जनवरी 27, 2024 | माला फेरत जुग भया
माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर ।कर का मनका डारि दे, मन का मनका फेर ।। मानसिक जाप स्मरण, उनकी लीलाओं का ध्यान, उनके रूप का ध्यान, अंतःकरण में लगातार उनकी स्मृति बने रहने से श्रेष्ठ न कोई साधन था, न है और न ही बनेगा ।भगवान के यहाँ इंद्रियों की साधना या आवागमन का...
by Spritual@we | अक्टूबर 30, 2023 | तीर्थ, मंदिर का अर्थ, माला फेरत जुग भया
ईश्वर क्या है ?सम्पूर्ण संसार या सृष्टि या ब्रह्माण्ड के एक-एक जीव और जड़ से लेकर चेतन तक को नियंत्रित करने वाली शक्ति का नाम ईश्वर है। ईश्वर को हम तरह तरह के नामों से पुकारते हैं सत्य, ज्ञान, भगवान, प्रेम, आनंद इत्यादि।वेद में इसका बहुत सुन्दर निरूपण है।यस्माद्...